परोपकार। दो और नए मानवता भलाई के कार्य शुरू,संख्या हुई 111
आग से जले व एसिड पीड़ितों के इलाज में काम आएगी मृतक देह की चमड़ीएल्यूमिनियम व नॉनस्टिक बर्तनों के नुकसान बारे किया जाएगा जागरूक
18635 ने लिया गुरूमंत्र
100 दिनोें से अधिक एमएसजी चलने पर मिली ट्राफी
4 को इलाज के लिए दिए चेक
14 परिवारों को मिला आशियाना
दो निश्क्तजनों को मिली ट्राईसाइकिल
विवाह बंधन में बंधे चार युगल
सभी प्रबंध रहे लाजवाब
सरसा(संदीप कम्बोज)। मरणोपरांत मानव त्वचा का इस्तेमाल अब आग के शिकार लोगों व एसिड पीड़ितों के इलाज में किया जा सकेगा। सर्वधर्म संगम डेरा सच्चा सौदा ने मानवता भलाई कार्यों में दो और नए कीर्तिमान स्थापित करते हुए मानवता पर एक और बड़ा उपकार किया है। अब डेरा सच्चा सौदा जल्द ही स्किन बैंक की स्थापना करने जा रहा है जिसमें मरणोपरांत शरीर की स्किन ड्राफ्टिंग की जा सकेगी तथा शरीरदानियों के शरीर का हिस्सा आग व एसिड पीड़ितों के झुलसे हुए लोगों के उपचार में उपयोग में लाया जाएगा। इसके अलावा एल्यूमिनियम व नॉनस्टिक बर्तनों के उपयोग से होने वाली कैंसर, स्किन व सोच विकृत समेत अन्य बीमारियों से बचाव के लिए भी डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत एक जागरूकता अभियान चलाएगी जिसके तहत आमजन को एल्यूमिनियम व नॉनस्टिक बर्तनों के नुकसान के बारे में जागरूक करते हुए लोहे, स्टील के बर्तनों व मिट्टी के तवे आदि इस्तेमाल करने बारे जागरूक किया जाएगा ताकि वे भविष्य में भयंकर बीमारियों की चपेट में आने से बचें तथा स्वस्थ जीवन जी सकेंं।रविवार को शाह सतनाम जी धाम में आयोजित रूहानी सत्संग के दौरान पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सांं ने जैसे ही उक्त दोनों मानवता भलाई कार्योँ बारे साध-संगत को बताया तो खचाखच भरे पंडाल में एक-साथ लाखों हाथ खड़े हो गए। सभी ने दोनों नए मानवता भलाई कार्यों में बढ़चढ़कर भाग लेने की हामी भर दी। इसके साथ ही डेरा सच्चा सौदा द्वारा चलाए जा रहे मानवता भलाई कार्यों की संख्या अब 111 तक पहुंच गई। इस दौरान पूज्य गुरू जी ने फरमाया कि स्किन बैंक फिलहाल तो डेरा सच्चा सौदा में शुरू होगा, जल्द ही ये दूसरे प्रांतों के विभिन्न ब्लॉकों में भी शुरू किए जाएंगे। इनसे जरूरतमंद पीड़ितों को काफी मदद मिलेगी। रूहानी सत्संग के दौरान हरियाणा,पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश व देश के अन्य प्रांतों से भारी तादाद में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। चिलचिलाती धूप व भीष्ण गर्मी व लू साध-संगत के उत्साह को रोक नहीं पाई। रूहानी सत्संग के दौरान पूज्य गुरू जी ने लाखों की तादाद में उमड़ी साध-संगत को इंसान के रहन-सहन जिंदगी जीने के तरीके, दिनचर्या व खान-पान के बारे में विस्तार से बताया। इस दौरान पूज्य गुरू जी ने 18635 नए लोगों को गुरूमंत्र (नामशब्द) की अनमोल दात प्रदान कर नशों व सामाजिक कुरीतियों को छुड़वाने का संकल्प कराते हुए मोक्ष मुक्ति का अधिकारी बनाया। रूहानी सत्संग के दौरान पूज्य गुरू जी ने 4 पीड़ितों को साढेÞ तीन लाख रूपए के चेक प्रदान किए। पूज्य गुरू जी ने अपने पावन कर कमलों से विभिन्न ब्लॉकों की साध-संगत द्वारा नवनिर्मित 14 मकानों की चाबियां भी जरूरतमंद परिवारों को प्रदान की तथा दो निश्क्तजनों को ट्राईसाइकिल मिली तथा चार युगल विवाह बंधन बंधे।
...ऐसा हो सत्संगी का जीवन व रहन-सहन ?
रूहानी सत्संग के दौरान पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने विस्तार से डाला प्रकाश
रूहानी सत्संग के दौरान पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने साध-संगत को सत्संगी व्यक्ति का जीवन कैसा होना चाहिए? व उसके रहन-सहन व जिंदगी जीने के तरीके बारे विस्तार से बताते हुए फरमाया कि राम नाम, अल्लाह, वाहेगुरू , मालिक का नाम सुखों की खान है जो इसे जपा करते हैं, उनके चेहरों पर आलौकिक आनंद, नूर बरसता है। पूज्य गुरूजी ने फरमाया कि आदमी का चेहरा साईन बोर्ड की तरह है, जिस प्रकार हम दुकानों पर लगे
साईन बोर्डों को देखकर जान जाते हैं कि उनमें क्या मिलता है? उसी प्रकार इंसान के चेहरे को देखकर पता चल जाता है कि उसके अंदर क्या चल रहा है। पूज्य गुरूजी ने फरमाया कि हमेशा चेहरे पर 10-10 बजाकर रखो यानि खुश रहो, कभी चार चालीस ना बजाओ। आप जी ने फरमाया कि कभी टैंशन ना लें। जितना टैंशन नेगेटिव सोचोगे उतना काम धंधे में नुकसान होगा। इसकी जगह अगर सुमिरन करते रहो, मेहनत करते रहो, पता नहीं वो परमात्मा कब कौड़ियों को कोहिनूर बना दे। वो परम पिता परमात्मा पॉवरफुल है, सर्वशक्तिशाली है। आप जी ने फरमाया कि सुबह शाम सुमिरन के पक्के बन जाओ तो पहाड़ जैसा गम भी आएगा तो पता नहीं चलेगा। गुण हों, अवगुण निकलने चाहिए। खुशी जैसी खुराक नहीं और गम जैसा रोग नहीं। चिंता जैसी बीमारी नहीं बेगम जैसी दवा नहीं। भक्ति करो, सुमिरन करो, मेहनत करो तो मालिक अपने आप आपकी सुनेंगे। पूज्य गुरू जी ने फरमाया कि संतों का क्रोध भी दाती है और दूनियावाी प्यार भी घाती है।
पूज्य गुरू जी ने सत्संगी के रहन सहन बारे फरमाया कि सुबह जल्दी 2 से 5 के बीच उठें। उठते ही पानी पिएं। फिर फ्रैश होकर भक्ति करें। रोजाना के खानपान के बारे में पूज्य गुरू जी ने बताया कि सुबह का खाना राजा की तरह, दोपहर का रानी की तरह और रात का भिखारी की तरह होना चाहिए। जो भी काम धंधा करते हो, सुमिरन करते रहो। किसी का दिल ना दुखाओ। काम धंधा करते समय साथ चुगली निंदा करें तो इसकी बजाय मालिक के नाम की चर्चा करो। मिलनसार बनो रिजर्व मत बनो। व्यवहार के पक्के बनो। लेन देन के सच्चे बनो। कड़वा ना बोलो। गलती हो जाए तो उसे कबूल करो। अपने परिवार के लिए समय अवश्य निकालो। दिन में दो बार इतनी मेहनत करो कि सिर से लेकर अंगूठे तक पसीना आ जाए, इससे दिल की बीमारी नहीं लगेगी और दूसरी बीमारियां भी उड़ जाएंगी। बच्चों के साथ फै्रंड की तरह व्यवहार करें उन्हें बेवजह ना डांटे। महीने में कुछ दिन दूसरों की सेवा के लिए निकालें और अपनी कमाई का पंद्रहवां हिस्सा दीन दुखियों की मदद पर खर्च करें। सत्संग के दौरान पूज्य गुरू जी ने रूहानियत संबधित प्रश्नों के उतर देकर श्रद्धालुओं की जिज्ञासाओं को भी शांत किया। इस दौरान ट्रैफिक से लेकर सभी तरह के प्रबंध लाजवाब रहे। गर्मी के मद्देनजर साध-संगत की सुविधा के लिए जगह-जगह पानी की छबीलें लगाई थी तथा साध-संगत पर पंखा करने के लिए भी सेवादार लगे रहे। सत्संग की समाप्ति पर समस्त साध-संगत को चंद मिनटों में ही लंगर-भोजन खिला दिया गया।
पंजाब में भी दिखा एमएसजी का जादू
फिल्म देख पंजाब के नौजवान ने अपाहिज से रचाई सगाईसरसा। पूज्य गुरू जी की फिल्म ‘एमएसजी द मैसेंजर’ अपने उद्देश्य को 100 प्रतिशत पूरा कर रही है। समाज सुधार की दिशा में किस प्रकार ऐतिहासिक छाप छोड़ रही है इसकी मिसाल रविवार को उस समय देखने को मिली, जब रविवार को सत्संग के दौरान पूज्य गुरू जी साध संगत द्वारा लिखकर भेजे गए रूहानियत संबंधित प्रश्नों के उत्तर दे रहे थे तो बताया गया कि पंजाब के बाघापुराना निवासी युवक जसबीर पुत्र सतपाल ने एक पर्ची भेजकर बताया कि एमएसजी द मैसेंजर फिल्म देखने के बाद वह इतना प्रभावित हुआ कि उसने एक अपाहित लड़की से शादी करने , उसका सहारा बनने का फैंसला लिया। पूज्य गुरू जी ने उस युवक की सराहना की तथा अपने पावन आशीर्वाद से नवाजा।
सच कहूं से बातचीत के दौरान पंजाब के बाघापुराना निवासी युवक जसबीर पुत्र सतपाल स्ािंह ने बताया कि हालांकि यह फिल्म पंजाब में नहीं लगी थी और ना ही उसने गुरूमंत्र लिया हुआ था लेकिन जब मैंने चंडीगढ़ फिल्म देखी तो फिल्म में पूज्य गुरू जी के आह्वान पर वेश्याआें से शादी करवाने वाले दृश्य से वह इतना अधिक प्रभावित हुआ कि उसने निर्णय लिया कि वह ऐसी लड़की से शादी करेगा जो अपाहिज होगी। इसके बाद उसने व उसके परिजनों ने मोगा निवासी सोहन स्ािंह की बेटी मंजीत कौर उर्फ जीती से सगाई करवाई है। वह युवती अपाहिज तथा दो बच्चों (हर्ष 10 साल व रमन 7 साल ) की मां हंै। बताया जा रहा है कि उसके परिवार वालों ने उसे छोड़ दिया था। जसबीर ने बताया कि उसके इस फैसले से उसके परिजन भी सहमत हैं तथा बहुत खुश हंै।
चिनाई मिस्त्री का कार्य करने वाले जसबीर स्ािंह ने बताया कि उसने सत्संग सुना, गुरूमंत्र लिया तथा जाम ए इन्सां भी ग्रहण किया है। उसे असीम शांति व खुशी का अनुभव हो रहा है। उसने बताया कि एमएसजी फिल्म वाकई में समाज सुधार का संदेश देती है, यह फिल्म अगर पंजाब मे लगती तो इसका वहा बहुत अच्छा असर पड़ना था। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व एमएसजी फिल्म देखकर नेपाल निवासी एक युवक ने वेश्या से शादी करवाई थी। देशभर में भी काफी जगहों पर लोगों ने फिल्म देखकर नशों से तौबा किया था। वहीं मंजीत कौर उर्फ जीती ने बताया कि पूज्य गुरू जी ने उस पर जो उपकार किया है, उसका वर्णन नहीं क सकती। उसने बताया कि उसकी सहेली लुधियाना के गांव झंडारी कलां निवासी रचना इन्सां ने उसकी सगाई में अहम भूमिका निभाई है।
गैस वट्स माई नेम के पहले भाग का लोकार्पण
बच्चों का नामकरण करने के लिए पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के पावन निर्देशन में तैयार की गई ‘गैस वट्स माई नेम’ पहला भाग स्टालों पर आ गया है। रविवार को रूहानी सत्संग के दौरान पूज्य गुरू जी ने पुस्तक के पहले भाग का अपने पावन कर कमलों से लोका
अगले हफ्ते तक बाजार में आएगी एमएसजी की डीवीडी
रूहानी सत्संग के दौरान पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने फरमाया कि ‘एमएसजी द मैसेंजर’ की डीवीडी लगभग तैयार है जो कि एक हफ्ते के भीतर बाजार में उपलब्ध हो जाएगी।
पर्ण किया। पहली पुस्तक में दो हजार नामों का उल्लेख किया गया है। पुस्तक का दूसरा भाग भी तैयार हो रहा है जो जल्द ही उपलब्ध हो जाएगा।
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