एमएसजी द मैसेंजर : 100 दिन, संवरी लाखों की जिंदगी

उपलब्धि। बॉक्स आॅफिस पर धमाल मचाने के साथ-साथ सामाजिक कुरीतियों का खात्मा कर रही सदी की सबसे महान फिल्म एमएसजी द मैसेंजर


किसी ने छोड़ा नशा तो किसी ने बंद कर डाली नशे की दुकान
दुनियाभर में बज रहा डंका, सिने प्रेमियों ने की सराहना
हर जगह हाऊसफुल रहे शो, प्रसारण अभी भी जारी
दर्शकों में लगी एक-दूसरे से ज्यादा बार फिल्म देखने की होड़

सरसा (संदीप कम्बोज)। समाज से नशों, वेश्यावृत्ति व अन्य सामाजिक कुरीतियों के खात्मे के साथ-साथ लोगों में देश प्रेम व देशभक्ति की भावना पैदा करने की अलख जलाने के लिए डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा अभिनीत व निर्देशित फिल्म ‘एमएसजी द मैसेेंजर’ ने बॉक्स आॅफिस पर धमाल मचाते हुए उपलब्धियों भरा सौ दिन का सफर तय कर लिया है। सदी की सबसे महान फिल्मों में शुमार ‘एमएसजी द मैसेंजर’ ने इन सौ दिनों में अनेकों खिताब अपने नाम किए हैं। फिल्म द्वारा अब तक की गई.......करोड़ की कमाई से समूचा बॉलीवुड व फिल्म जगत हैरान है। 
 13 फरवरी से रिलीज होने के बाद इन सौ दिनों में फिल्म को देख लाखों जिंदगानियां संवरी हैं। फिल्म ने लोगों को इस कदर झकझोरा कि किसी ने नशों को अलविदा कह डाला तो किसी ने कर लिया घर व आस-पास साफ-सफाई रखने का प्रण। फिल्म में देशप्रेम की बहती अविरल धारा को देख अनेक युवाओं ने भी अपने वतन की खातिर जीने-मरने की कसमें खाई।
दुनियाभर में लाखों नशेड़ियों ने सिनेमा हाल में बैठे-बैठे हमेशा के लिए नशों से तौबा कर ली। यही नहीं नशे के रूप में जहर बांट रहे मौत के सौदागरों ने भी फिल्म देख नशों रूपी मौत की दुकान बंद कर डाली। ऐसे एक-दो नहीं बल्कि लाखों उदाहरण मिल जाएंगे जिनकी जिंदगी में एमएसजी नया उजाला लेकर आई है। सरहद पार नेपाल में फिल्म देखने के उपरांत एक युवक ने वेश्या (शुभदेवी) से विवाह कर उसे अपना हमसफर बना लिया। और सबसे खास फिल्म की कमाई में से थैलीसिमिया व एड़स पीड़ितों के इलाज के रिसर्च हेतू पूज्य गुरू जी द्वारा 40 लाख रूपए का चेक प्रदान किए जाने के साथ ही ‘एमएसजी द मैसेंजर’का असल उद्देश्य भी पूरा हो गया। 
आज भी देश व दुनियाभर में फिल्म का जबरदस्त क्रेज देखने को मिल रहा है। चंडीगढ़, पंचकुला समेत अनेक स्थानों पर अभी भी अनेक सिनेमाघारों में फिल्म का प्रसारण जारी है। कई बार फिल्म देखने के बावजूद भी सिने प्रेमियों में फिल्म देखने की ललक बरकरार है। हर कोई फिल्म का दिवाना हो चुका है। क्या बच्चे, क्या युवा, क्या महिलाएं और यहां तक कि वृद्ध भी इस सामाजिक, ऐतिहासिक व क्रांतिकारी फिल्म को देख इन सुनहरी पलों का आनंद उठा चुके हैं।
सौ दिनों में 165 करोड़ का आंकड़ा पार कर चुकी यह फिल्म वास्तव में ही एक समाज सुधारक फिल्म है, जिसे हर इंसान को अवश्य देखना चाहिए। 3 घंटा 17 मिनट बाद जब आप बाहर निकलते हैं तो सब कुछ बदला हुआ सा लगता है, जैसे अभी-अभी लव चार्जर से अनप्लग हुए हों। मानवता भलाई के कार्य करने की प्रेरणा देने के साथ-साथ पॉजिटिव एनर्जी देने वाली इस फिल्म में विरोध करने जैसा कुछ भी नहीं है। समाज में व्याप्त बुराईयों को समाप्त करने में एमएसजी मील का पत्थर साबित हो रही है और यह फिल्म समूचे समाज के लिये प्रेरणा कुंज का काम कर रही है।


एक साथ टूटे अनेक रिकॉर्ड
'एमएसजी द मैसेंजर' दुनिया की पहली ऐसी बॉलीवुड फिल्म बन गई है जिसने अपने नाम एक साथ कई रिकॉर्ड बनाकर इतिहास रचा है। अभी हाल ही में एमएसजी को एशिया बुक आॅफ रिकॉर्ड व इंडिया बुक आॅफ  रिकॉर्ड द्वारा चार नए रिकॉर्डों द्वारा नवाजा गया है। इस तरह अब तक फिल्म के नाम पांच विश्व रिकॉर्ड दर्ज हैं। गत 29 अप्रैल को पावन भंडारे के अवसर पर एशिया बुक आॅफ रिकॉर्ड के प्रतिनिधि महेश कौशिक ने फिल्म के मुख्य हीरो पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां को फिल्म के दोरान 56 ड्रैस डिजाईन करने व उन्हें पहनकर लीड रोल अदा करने पर व फिल्म में एक साथ सबसे ज्यादा 1,30,517 लोगों के शिरकत करने पर दो एशिया बुक आॅफ रिकॉर्ड प्रदान किए। बता दें कि ये एशिया ही नहीं बल्कि विश्व रिकॉर्ड हैं क्योंकि अब तक किसी भी अनय फिल्म के नाम ये रिकॉर्ड नहीं हैं। इसके अलावा इंडिया बुक आॅफ रिकॉर्ड के प्रतिनिधि मोहन जोशी ने पूज्य गुरू जी को नैवर-अ‍ैवर गाने की शूटिंग के दौरान 75127 लोगों द्वारा एकसाथ मोमबतियां जलाने व 1,29,724 लोगों द्वारा एक साथ नृत्य करने पर दो इंडिया बुक आॅफ रिकॉर्ड के सर्टीफिकेट प्रदान किए। इससे पूर्व जनवरी में फिल्म की प्रमोशन के दौरान गुड़गांव में सबसे ज्यादा  लोगों की शिरकत करने का रिकॉर्ड भी एमएसजी के नाम है।
मूवी के नाम महज 67 दिन में शूटिंग पूरी करने व डबिंग महज 10 घंटे 10 मिनट में पूरी करने का भी रिकॉर्ड है। करीब तीन घंटे की इस फिल्म के लिए 200 घंटे शूटिंग की गई जिसके कई सीन दक्षिण व उत्तर भारत के अनेक राज्यों व महानगरों में फिल्माए गए हैं। पूज्य गुरू जी ने विगत वर्ष 18 जुलाई को शाह सतनाम जी धाम में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान आसमान में शांति के प्रतीक कबूतरों को आजाद कर मूवी की शूटिंग का श्ुाभारंभ किया था और विगत दिवस 18 अक्तूबर को मूवी की शूटिंग पूरी कर ली गई।


सोशल मीडिया पर भी जबरदस्त हिट्स
एमएसजी ने ट्विटर पर मौजूद सभी हैशटैग को छोड़ा पीछे
दुनिया में पहले व दूसरे नंबर पर रहे एमएसजी के ट्रेंड

सोशल मीडिया पर भी एमएसजी के टीजर व ट्रेलर को जबरदस्त हिट्स मिल रहे हैं। अब तक सोशल मीडिया पर 10 मीलियन से भी ज्यादा लोगों ने विश्व स्तर पर इसमें रूचि दिखायी है। फेसबुक
हो या ट्विटर या यू-टयूब व गुगल प्लस, सभी साईटों पर एमएसजी ने सभी हैशटैग को पीछे छोड़ दिया। ट्विटर पर शुरू हुए एमएसजी से संबंधित सभी हैशटैग को जोरदार लोकप्रियता मिली । टिव्टर पर तो फिल्म का इस कदर जलवा बरकरार रहा कि कई दिन तक लगातार एमएसजी के ट्रेंड दुनियाभर में पहले व दूसरे नंबर पर रहे। फेसबुक पेज पर भी एमएसजी के फैन्स का आधार लाखों में पहुंच गया है। आंकड़ों के मुताबिक पेज पर हर सेकेंड में एक नया सदस्य जुड़ रहा है जो कि एक बड़ी उपलब्धि है और अब तक किसी भी दूसरे को यह उपलब्धि प्राप्त नहीं हुई है। अकेले ट्विटर पर अलग-अलग हैशटैग पर चंद दिनों में ही इसके लाखों फालोवर बन चुके हैं। 


सरहद पार भी मची धूम
‘एमएसजी द मैसेेंजर’ की विदेशी सरजमीं पर भी गूंज सुनाई दे रही है। अमेरिका, इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया, दुबई व कनाडा समेत विभिन्न देशों में ‘एमएसजी द मैसेंजर’ का प्रसारण किया गया जहां विदेशी नागरिकों ने इसे बेहद पसंद किया।



विदेशी अखबारों की बनी सुर्खियां
‘एमएसजी द मैसेेंजर’ की भारतवर्ष में तो धूम है ही इसके अलावा दुनियाभर के विभिन्न देशों में यह फिल्म अखबारों की सुर्खियां भी बनी। चीन के प्रतिष्ठित समाचार पत्र ‘द शिलांग टाईम्स’ ने एमएसजी से संबंधित खबर को जहां प्रमुखता से प्रकाशित किया वहीं जापान के प्रतिष्ठित अखबार ‘जापान टाईम्स’ ने भी समाचार को वरियता दी है। इसके अलावा अन्य देशों के प्रिंट व इलेक्ट्रोनिक मीडिया भी एमएसजी के समाचारों को प्रमुखता से प्रकाशित व प्रसारित कर रहे हैं।


सबसे अधिक कलाकारों का रिकॉर्ड
दुनियाभर में बड़े पर्दे पर तहलका मचा रही 'एमएसजी द मैसेंजर' की खासियत यह है कि पूरी फिल्म में 13 लाख से भी अधिक कलाकारों ने काम किया है जो कि अब तक के फिल्मी दुनिया के इतिहास में सबसे बड़ा है। क्योंकि सास भी कभी बहू थी' टीवी सीरियल का निर्देशन करने वाले जीतू अरोड़ा ने जहां निर्देशन में सहयोग दिया है वहीं उनकी 60 सदस्यीय टीम ने सेवाएं दी हैं। फिल्म में अधिकतर स्थानीय कलाकारों को ही रोल दिया गया है।


युवा हुए गानों के मुरीद

‘एमएसजी द मैसेंजर’ फिल्म के सभी सातों गाने युवाओं को खूब भा रहे हैं। आॅनलाईन म्यूजिक पर फिल्म के गानों की धूम मची है। संगीत की प्रख्यात वेबसाइटों पर अब तक लाखों लोग फिल्म के गानों को सुन चुके हैं। यू-ट्यूब के अलावा गाना डॉट कॉम, सावन डॉट कॉम, आई टयून्स स्टोर डॉट कॉम पर रोजाना लाखों लोग फिल्म के गानों को सुन रहे हैं। फिल्म का देशभक्ती की भावना जागृत करता ‘जिएंगे-मरेंगे, मर-मिटेंगे देश के लिए’ गीत युवाओं को बेहद पसंद आ रहा है।

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