बॉलीवुड व हॉलीवुड में तहलका मचाने आ रहे हैं वर्ल्ड के सुपर हीरो






                        बॉलीवुड व हॉलीवुड में तहलका मचाने आ रहे हैं

                                  वर्ल्ड के सुपर हीरो 



‘कोई हमें संत कहता है, कोई कहता है फरिश्ता तो कोई कहता है भगवान, लेकिन हम तो हैं एक इंसान’
                                                                              -पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां


फिल्में अभिव्यक्ति को व्यक्त करने का सबसे सशक्त माध्यम हैं। सिनेमा जगत की जब शुरूआत हुई तो सिर्फ और सिर्फ समाज में जागरूकता लाने के उद्देश्य से। वक्त बदला और उसके साथ निर्देशकों व निर्माताओं का नजरिया भी। प्रारंभिक फिल्में जहां दुनिया को देश प्रेम के साथ-साथ सामाजिक कुरीतियों के प्रति जागरूकता लाने व संत-महापुरूषों के जीवन चरित्र बारे अवगत कराने के उद्देश्य से बनाई जाती थी। रामायण व महाभारत भी इन्हीं में से एक हैं। लेकिन पिछल्ले दो दशक से फिल्मों का ढर्रा बदल गया। सामाजिक जागरूकता की जगह अश्ललीलता ने ले ली। पूजनीय गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की आने जा रही पहली फिल्म ‘एमएसजी द मैसेंजर आॅफ गॉड’ उन सभी के मुंह पर एक करारा तमाचा है।  इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी रूहानी रहबर ने समय की मांग के अनुसार वर्तमान समाज से बुराईयोें का खात्मा कर इंसानियत,मानवता भलाई व देशभक्ति का जज्बा पैदा करने का संदेश देती पूर्णतया सच्चाई यानि सच्ची घटना पर आधारित एक साफ-सुथरी पारिवारिक फिल्म का निर्माण किया।  
संदीप कम्बोज
सच का सूरज जब उदय होता है तो कोई न कोई घटा छा जाती है लेकिन सच्चाई के तेज के आगे झूठ का तिमिर मिट जाता है और वह पहले से भी ज्यादा प्रकाशमान हो उठता है। इतिहास गवाह है कि इस धरा पर जितने भी रूहानी पीर-फकीर सूफी संत आए, सभी ने समयानुसार अपने-अपने तरीके से समाज को नई दिशा दी। किसी संत-महापुरूष ने अपनी ओजस्वी वाणी से तो किसी ने सत्संग तो किसी ने जागरूकता अभियान के माध्यम से पाप-जुल्म से मचे हा-हाकार, सामाजिक बुराईयों व कुरीतियों के बढ़ते प्रभाव के विरूद्ध आवाज उठाकर त्राहि-त्राहि कर रहे आवाम को समाज में फैली बुराईयों से  निजात दिलाई। इस दौरान उन्हें बुराई के नुमार्इंदों का विरोध भी झेलना पड़ा, तरह-तरह की यातनाएं सही, क्या-क्या जुल्म नहीं ढहाए गए उन पर,क्रूरता की तमाम हदें लांघी गई लेकिन सच्चाई की खातिर वे अडिग रहे और समाज में नैतिक क्रांति की मजबूत नींव रखकर ही दम लिया, सच का डंका पहले से भी ज्यादा जोर-शोर से बजा। और यही निशानी होती है सच्चे संत-महापुरूषों की। नशों, वेश्यावृत्ति, भ्रष्टाचार, समलैंगिकता व अनेक सामाजिक कुरीतियों के मकड़जाल में धंसे वर्तमान समाज को गंदगी से निकालने व उन्हें नई दिशा देने हेतू सर्वधर्म संगम डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां भी अरसे से प्रयत्नशील हैं। पूज्य गुरू जी रूहानी सत्संगों, जनजागरूकता रैलियों व सफाई अभियानों के माध्यम से दुनिया को बुराईयां त्यागकर स्वच्छ समाज का निर्माण करने बाबत जागरूक करते आ रहे हैं। और अब जब जमाना करवट ले रहा है तो इन रूहानी रहबर ने भी जमाने के साथ चलते हुए ही जमाने को बदलने यानि सच्चाई का डंका बजाने की ठान ली। धर्म, अध्यात्म, विज्ञान, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल व कृषि जगत में देश व दुनिया को अवर्णननीय योगदान देने के साथ-साथ अब पूज्य गुरू जी फिल्मों के जरिए हॉलीवुड और बॉलीवुड में एक साथ एंट्री कर रूहानियत संग फिल्मी दुनिया में एक नई का्रंति लाने जा रहे हैं। देशभक्ति के अटूट जज्बे, सामाजिक कुरीतियों व भ्रष्टााचार पर चोट के अलावा इंसानियत का संदेश देती निर्देशक डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पहली फिल्म ‘एमएसजी द मैसेंजर आॅफ गॉड’ शुक्रवार,16 जनवरी को रिलीज होने जा रही है। फिल्म में जहां हाई ड्रामा है वहीं टेग, थ्रिलर, इमोशन,  रोमांच के अलावा जबरदस्त सस्पेंस भी। फिल्म में प्रयोग किए गए डायलॉग्स जहां कमाल के हैं वहीं पूज्य गुरू जी के जबरदस्त एक्शन व हैरतंगेज स्टंट इस तरह के हैं कि फिल्मी दुनिया का लंबा अनुभव रखने वाले एक्टर भी हैरान हैं।
 आमतौर पर एक्टरों की जो मनोदशा होती है वो गुरू, संतों की मनोदशा व सोच के आस-पास भी नहीं होती। अब तक जितने भी गुरू,संतों ने फिल्में बनाई केवल रचनाओं व पूर्व की कहानियों को आधार बनाकर। लेकिन इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी रूहानी रहबर ने समय की मांग के अनुसार वर्तमान समाज से बुराईयोें का खात्मा कर इंसानियत,मानवता भलाई व देशभक्ति का जज्बा पैदा करने का संदेश देती पूर्णतया सच्चाई यानि सच्ची घटना पर आधारित एक साफ-सुथरी पारिवारिक फिल्म का निर्माण किया। जहां आजकल प्रदर्शित हो रही अधिकतर फिल्मों में बेधड़क अश्लीलता परोसी जा रही है वहीं  ‘एमएसजी द मैसेंजर आॅफ गॉड’ उन सभी के मुंह पर एक करारा तमाचा है। इस तरह पूज्य गुरू जी को वर्ल्ड का सुपर हीरो भी कहें तो जरा भी अतिश्योक्ति नहीं।
फिल्म में कॉमेडी का भी तड़का है तथा इसमें दिखाया गया है कि दुनियावी पॉवर यानि रूतबे से जो लज्जत नहीं लूटी जा सकती, एक मालिक का मुरीद उसे कैसे आसानी से लूट रहा है। फिल्म में किसी भी जाति,धर्म व मजहब पर किसी तरह का कोई कटाक्ष नहीं बल्कि फिल्म की कहानी आतंकवाद, भ्रष्टाचार व बढ़ती नशाखोरी के इर्द-गिर्द है। मुख्य किरदार की भूमिका में भी पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां नजर आएंगे। डायरेक्शन से लेकर गीत लिखने, उन्हें आवाज देने, कपड़ों व जूतों की डिजाइनिंग, सैट निर्माण के साथ-साथ फिल्म से संबंधित हर कार्य स्वंय पूज्य गुरू जी ने किया है। हालांकि डायरेक्शन में मदद जरूर दी है 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' के डायरेक्टर जीतू अरोड़ा ने।
प्रदर्शित होने से पहले ही दुनिया भर में धूम मचा चुकी इस ब्लॉकबस्टर मूवी ने जबसे बॉक्स आॅफिस पर दस्तक दी है तो बॉलीवुड के साथ हॉलीवुड भी हिल उठा है। हर किसी की जुबां पर एक ही सवाल है कि ये नए हीरो आखिर हैं कौन? पहली ही बार में युवाओं में फिल्म का इतना क्रेज देख खुद फिल्मी सितारे भी हैरान हैं। जिससे लग रहा है कि यह फिल्म पूरी तरह से सुपर-डुपर हिट होगी और इस साल का आॅस्कर अवार्ड भी इसी फिल्म के नाम होगा। फिल्म के हिट होने का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि पहली फिल्म रिलीज होने से पूर्व ही फिल्म के दूसरे भाग की शूटिंग धड़ल्ले से जारी है। फिल्मी दुनिया के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि पहली फिल्म के रिलीज होने से पहले ही दूसरी फिल्म की शूटिंग शुरू  हो गई है। फिल्म की अधिकतर फीसदी शूटिंग मुंबई और उसके आसपास की लोकेशन पर की गई है। जबकि फिल्म के कुछ सीन डेरा सच्चा सौदा शाह सतनाम जी धाम में भी शूट किए गए हैं। 75 दृश्यों व छह गानों वाली यह फिल्म 62 दिनों में बनकर तैयार हुई है। फिल्म के एक गाने ‘जिएंगे-मरेंगे, मर मिटेंगे देश के लिए, बूंद-बूंद हमारी है देश के लिए’को लेकर दर्शकों के साथ-साथ सिनेमा मालिकों में भी जबर्दस्त क्रेज है। यही वजह कि देशभर के सिनेमाघरों में यह फिल्म तीन हजार से ज्यादा स्क्रीन पर रिलीज होगी। पिछले कई सालों से दर्शकों को सच्चाई पर आधारित इंसानियत व मानवता भलाई का संदेश देती मूवी देखने को नहीं मिली है, इसलिए भी ‘एमएसजी द मैसेंजर आॅफ गॉड’ के लिए जिज्ञासा बढ़ रही है।

निर्देशक : पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां व जीतू अरोड़ा इन्सां
पटकथा : पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां
लेखक : पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां
गायक: पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां
म्यूजिक डायरेक्टर : पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां
स्टंटमैन : पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां
डॉयलाग : पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां
आर्ट डायोक्टर : पूज्य गुरू जी व बबलू
डीओपी  : पूज्य गुरू जी , विति सपरू


एक्शन व रोमांच के लिए हो जाओ तैयार
सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ दुनिया को जागरूक करने व आवाम को मानवता भलाई कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने का संदेश देने के उद्देश्य से डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा सच्चाई पर आधारित बनाई जा रही 'एमएसजी द मैसेंजर आॅफ गॉड' बड़े पर्दे पर धूम मचाने को तैयार है। 16 जनवरी को एक साथ देश व दुनियाभर के पीवीआर सिनेमाघरों में में विभिन्न भाषाओं में रिलीज होने जा रही यह फिल्म धार्मिक व आध्यात्मिक होने के साथ-साथ मनोरंजक भी है। शाह सतनाम जी धाम व इसके आसपास तथा दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में फिल्माई गई इस फिल्म में नशों व अन्य सामाजिक बुराईयों के विरूद्ध इस तरह से प्रस्तुति दी गई है जिससे समाज में निश्चय ही बदलाव आएगा। इस फिल्म से डेरा सच्चा सौदा के सामाजिक क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय कार्यों को जनसाधारण तक पहुंचाया जाएगा। फिल्म में वेश्या उन्मूलन व नशों के खिलाफ बड़े ही शानदार ढंग से प्रस्तुति दी गई है। इसके अलावा अंगहीन, लाचारों व गरीब अति जरूरतमंदों की सहायता के लिए फूड बैंक की स्थापना किए जाने बारे भी विस्तार से बताया गया है।



भाएगा हर अंदाज, लुभाएंगी मनमोहक पोशाकें
बड़े पर्दे पर जमाने को चौंकाने जा रही सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ बनाई गई 'एमएसजी द मैसेंजर आॅफ गॉड' में मुख्य किरदार के रूप में नजर आ रहे वर्ल्ड के सुपर हीरो पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां का हर अंदाज निराला है। फिल्म में पूज्य गुरू जी द्वारा इस्तेमाल की गई आकर्षक व मनमोहक पोशाकें दर्शकों को अवश्य ही लुभाएंगी। बता दें कि अब तक की शूटिंग के दौरान पूज्य गुरू जी द्वारा सैकड़ों लुभावनी पोशाकों का इस्तेमाल किया गया है और सबसे खास बात ये कि इन सभी मनमोहक ड्रैसों व जूतों आदि की डिजाईनिंग भी  स्वंय पूज्य गुरू जी द्वारा ही की गई है। इन परिधानों में हर तरह के पहनावे हैं जिनमें राजपूत, हिंदू, सिख, मुस्लिम आदि।


हर गाना देगा संदेश
‘एमएसजी द मैसेंजर आॅफ गॉड’ फिल्म में यूं तो सात गाने हैं लेकिन छह गाने स्वंय पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने गाए हैं जबकि बेटी की विदाई की बेला पर पूज्य गुरू जी की बेटी का किरदार अदा कर रही यूक्रेन की अभिनेत्री द्वारा गाया गया एक अन्य गीत ‘पापा दी ग्रेट’ इतना इमोशनल  है कि हर आंख छलक उठेगी और गले भर आएंगे। इन सात गानों में एक पंजाबी ,एक देशभक्ति तो एक इमोशनल भी है। फिल्म के पंजाबी गाने ‘तेरियां बातां, प्यारियां रातां, सोहणियां सौगातां.. हाय जी असीं की दसिए’ को भी युवाओं ने बहुत पसंद किया है। ‘दारू को गोली मारो’सैग वे के स्टंट बड़े ही हैरतंगेज हैं। फिल्म के देशभक्ति गाने ‘जिएंगे-मरेंगे, मर मिटेंगे देश के लिए, बूंद-बूंद हमारी है देश के लिए’ गाने में पूरे हिन्दुस्तान की झलक दिखाई गई है जिसमें फिल्म के एक्टर पूज्य गुरू जी हैलीकॅप्टर द्वारा कश्मीर से कन्याकुमारी तक पूरे इंडिया की सैर करते हुए स्टंट दिखाए गए हैं। खास बात ये कि फिल्म के हर गीत का एक सोशल मैसेज होगा। रिमिक्स सोंग ‘नैवर एवर’ जो कि नौजवानों को काफी पसंद आएगा। भले ही गीत यूथ के लिए रिमिक्स होकर आये हैं लेकिन धुन, बीट्स और रिदम पॉप सॉन्ग की शक्ल में होंगे। बता दें कि फिल्म के कार्निवाल सोंग पर मुंबईवासी भी लटॅ्टू हो गए थे। सभी गाने हाई म्यूजिक क्वालिटी में हैं। बस इंतजार कीजिए मूवी का जोश व जादू सिस्टम स्वंय बोल उठेगा। मूवी के सभी सोंग के कोड होंगे जिनकी रिंग टोन भी डायल कर सकते हैं।

दिखाई देगा मोमबत्तियों का कमाल
नेवर ऐवर गाने की शूटिंग के दौरान एक लाख 25 हजार लोग लगातार तीन दिन तक डटे रहे। इस दौरान शाह सतनाम जी ग्रीन क्रिकेट स्टेडियम में सेवादारों ने लाखों मोमबत्तियां 40 से 45 सेकंड में जलाईं और 15 से 20 सेकेंड में एक साथ बुझ गईं।



स्टंट ऐसे कि देखते ही रह जाएंगे आप
आपने फिल्मेें तो बहुत देखी होंगी लेकिन 'एमएसजी द मैसेंजर आॅफ गॉड'  जैसी नहीं। पूज्य गुरू जी कहीं पंच मारते हुए तो कहीं बाईक द्वारा धधकती आग के बीच से निकलते हुए दिखाई दे रहे हैं तो कहीं धरती का सीना फाड़ कर निकलते प्रतीत हो रहे हैं। बाईक वाला स्टंट भी युवाओं व बच्चों को खूब पसंद आ रहा है। इस फिल्म में पूज्य गुरू जी द्वारा हैरतंगेज स्टंट दिखाए गए हैं जो न केवल फिल्म को लोकप्रिय बनाएंगे बल्कि मनोरंजक भी होंगे। फिल्म के निर्देशक जीतू अरोड़ा को उम्मीद है कि युवाओं को यह स्टंट बेहद पसंद आएंगे।


चंद घंटों में बन गए सैट
आमतौर पर जहां फिल्मों में स्टूडियो व सैट आदि बनाने में महीनों लग जाते हैं वहीं ‘एमएसजी द मैसेंजर आॅफ गॉड’ ने एक और इतिहास रचते हुए महीनों में तैयार होने वाले सैट को कुछ ही घंटों में बनाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है। पहाड़ों व बाजारों वाले सैटटॉप शूटिंग के दौरान कुछ ही घंटों में तैयार किए गए थे जिन्हें देखकर फिल्म नगरी से आई टीम भी हैरान रह गई क्योंकि उन्होंने अपने जीवन में ऐसा पहली बार जो देखा था।



एन वक्त पर बनाया डॉयलाग
फिल्म की शूटिंग के दौरान एक वक्त ऐसा भी आया कि जब निर्देशन कर रहे जीतू अरोड़ा ने एक्टर की भूमिका में पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां से कोई नया डायलॉग बनाकर बोलने की इच्छा जताई तो उस समय पूज्य गुरू जी ने जो डॉयलॉग बोला तो हर कोई हैरान रह गया। यही डॉयलॉग फिल्म के मुख्य डॉयलॉग में से एक है। हुआ यूं कि एक सीन में पूज्य गुरू जी विलेन की पिटाई कर रहे थे और वो नीचे गिरा था तो कोई डॉयलॉग नहीं था। निर्देशक के कहने पर पूज्य गुरू जी ने निम्न डॉलॉग बोला ‘क्यों बेटा क्रिकेट में छक्के, गुलस्टिक में दस्से तो देखे होंगे तो कैसा लगा ये दस्सा’?


डायरेक्टरों के भी डायरेक्टर
शूटिंग के दौरान पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां का निर्देशक रूप उभरकर सामने आया जब वे निर्देशक को भी निर्देशन देते नजर आए। फिल्म में कई सीन ऐसे भी आए जिन्हें डायरेक्टर स्वंय भी नहीं कर पाए। सिर्फ एक स्टंट को छोड़कर पूज्य गुरू जी ने सभी स्टंट पलक झपकते ही इस तरह से कर दिए जैसे कि वे लंबे समय से फिल्मी दुनिया में काम कर रहे हों। आमतौर पर हमेशा डायरेक्टर ही एक्टर को निर्देश देते हैं लेकिन फिल्मी दुनिया के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब कोई फिल्म का एक्टर डायरेक्टर को निर्देशित कर रहा हो। इसलिए पूज्य गुरू जी को डायरेक्टरों के डायरेक्टर या फिर वर्ल्ड के सुपर हीरो भी कहें तो कोई अतिश्योक्ति नहीं।



जब म्यूजिक डायरेक्टर भी रह गए हैरान

बॉलीवुड के प्रख्यात म्यूजिक डायरेक्टर मुंबई निवासी आरिक पिल्लै ने जब पूज्य गुरू जी की आवाज को सुना तो वे कायल हो गए और ताज्जूब मानने लगे कि ऐसा कैसे संभव है, क्या ऐसा भी हो सकता है भला? वे हैरान थे कि बिना किसी ट्रेनिंग के कोई इतना मधुर कैसे गा सकता है? उनका कहना था कि उन्होंने एक-एक सिंगर को सुना है लेकिन जो कशिश पूज्य गुरू जी की आवाज में है, वो किसी और में नहीं। समय न होने के बावजूद भी वे पूज्य गुरू जी का म्यूजिक ढ़ाई घंटे तक सुनते रहे।


खुली दाढ़ी व केश वाले पहले हीरो
वैसे तो ‘एमएसजी द मैसेंजर आॅफ गॉड’ बॉलीवुड व हॉलीवुड में अनेक रिकॉर्ड तोड़ने जा रही है लेकिन इस फिल्म के निर्देशक पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां जो कि हीरो की भूमिका में भी नजर आ रहे हैं वे पूरी दुनिया के खुली दाढ़ी व केश वाले पहले सुपर हीरो होंगे। इस नए हीरो की पहली फिल्म के रिलीज होने से पहले ही इतनी पॉपुलर हो जाने से समूचा बॉलीवुड जगत अचंभे में है।

एक साथ टूटेंगे अनेक रिकॉर्ड
67 दिन में फिल्माए 75 सीन

'एमएसजी द मैसेंजर आॅफ गॉड' दुनिया की पहली ऐसी बॉलीवुड फिल्म होगी जो अपने नाम एक साथ कई रिकॉर्ड बनाकर इतिहास रचेगी। सबसे बड़ा रिकॉर्ड तो यह कि मूवी की शूटिंग महज 67 दिन में पूरी की गई है और डबिंग भी महज 10 घंटे 10 मिनट में पूरी कर ली गई। करीब तीन घंटे की इस फिल्म के लिए 200 घंटे शूटिंग की गई जिसके कई सीन दक्षिण भारत के अनेक राज्यों व महानगरों में फिल्माए गए हैं। पूज्य गुरू जी ने विगत वर्ष18 जुलाई को शाह सतनाम जी धाम में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान आसमान में शांति के प्रतीक कबूतरों को आजाद कर मूवी की शूटिंग का श्ुाभारंभ किया था और विगत दिवस 18 अक्तूबर को मूवी की शूटिंग पूरी कर ली गई। मूवी के लिए विगत 16 से 18 अगस्त तक सरसा के शाह सतनाम जी स्टेडियम में 3 दिन चले लाइव कंसर्ट में करीब 1.25 लाख लोगों ने हिस्सा लिया था।


13 लाख से भी अधिक कलाकार
दुनियाभर में बड़े पर्दे पर तहलका मचाने जा रही 'एमएसजी द मैसेंजर आॅफ गॉड'की खासियत यह है कि पूरी फिल्म में 13 लाख से भी अधिक कलाकारों ने काम किया है जो कि अब तक के फिल्मी दुनिया के इतिहास में सबसे बड़ा है। क्योंकि सास भी कभी बहू थी' टीवी सीरियल का निर्देशन करने वाले जीतू अरोड़ा ने जहां निर्देशन में सहयोग दिया है वहीं उनकी 60 सदस्यीय टीम ने सेवाएं दी हैं। दक्षिण भारत की कई फिल्मों और कई टीवी सीरियलों में काम कर चुकी मलयालम फिल्मों की दो अभिनेत्रियों के साथ-साथ यूक्रेन की एक अभिनेत्री भी इस फिल्म में पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की बेटी के किरदार में नजर आएंगी। फिल्म में अधिकतर स्थानीय कलाकारों को ही रोल दिया गया है।

जिंदाराम की मूवी की शूटिंग करेंगे
यह बिल्कुल सच है ‘संत वचन पलटे नहीं पलट जाए ब्रहंड’। पूज्य सार्इं बेपरवाह मस्ताना जी महाराज के पावन वचन आज हू-ब-हू पूरे हो रहे हैं। पूजनीय सार्इं जी ने फिल्म के संबंध में कब कहां और क्या वचन किए थे, लुधियाना के न्यू शिमलापुरी स्थित सुखराम नगर निवासी 71 वर्षीय मोहन लाल इन्सां की जुबानी ही सुन लीजिए।
मोहनलाल इन्सां बताते हैं कि पूज्य बेपरवाह सार्इं मस्ताना जी महाराज ने वर्ष 1957 में डबवाली में सत्संग फरमाया था तो उस समय वे भी वहां आए थे। सत्संग के उपरांत जब पूज्य सार्इं जी खुली जीप में सवार होकर सड़क से गुजर रहे थे तो रास्ते में एक स्थान पर कुछ लोग लकड़ी के बांस बांधकर ढोल-बाजों के साथ एक सिगरेट की मशहूरी की शूटिंग कर रहे थे। उन्हें देखकर पूज्य सार्इं जी कुछ देर के लिए रूके व साथ के सेवादारों से पूछा,‘वरी ये कया हो रहा है।’ सेवादारों ने बताया,‘सार्इं जी, ये पाशन शो की सिगरेट की मशहूरी की शूटिंग कर रहे हैं। इस पर बेपरवाह सार्इं मस्ताना जी महाराज ने फरमाया कि भई, ‘ये तो पाशन शो की सिगरेट की मशहूरी कर हैं, एक समय आएगा हम ऐसे ही जिंदाराम की मूवी की मशहूरी करेंगे। तीसरी बॉडी में आएंगे तो इतना रश होगा कि बंदे पे बंदा गिरेगा।’ जब बीते साल 2014 में पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने एमएसजी द मैसेंजर आॅफ गॉड’ फिल्म की शूटिंग शुरू की तो पूज्य सार्इं मस्ताना जी महाराज द्वारा किए गए वचन पूरे हो गए। यहां यह भी बता देना जरूरी है कि जब पूजनीय बेपरवाह मस्ताना जी महाराज ने जब ये वचन फरमाए थे तो उस समय सिगरेट की मशहूरी यानि उसके बढ़ावे के लिए शूटिंग चल रही थी लेकिन अब जब ये वचन पूरे हो रहे हैं तो समाज से नशाखोरी के खात्मे के लिए बनाई गई इस फिल्म ‘एमएसजी द मैसेंजर आॅफ गॉड’ के निर्माण के साथ।


थैलीसीमिया व एड्स के रिसर्च पर खर्च होगी कमाई
अक्सर आपने फिल्मों की करोड़ों की कमाई के बारे में सुना ही होगा। क्या आपने कभी सुना है कि फिल्म बनाने वालों ने फिल्म से हुई कमाई को सामाजिक कार्य में लगाया हो? शायद नहीं सुना होगा। लेकिन बॉलीवुड व हॉलीवुड में एकसाथ धूम मचाने जा रही 'एमएसजी द मैसेंजर आॅफ गॉड '  फिल्म से अर्जित होने वाली पूरी की पूरी आय एड्स व थैलीसीमिया बीमारी के जड़ से खात्मे के लिए होने वाली रिसर्च पर खर्च की जाएगी।


सोशल मीडिया पर छाई फिल्म की दीवानगी

भले ही डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरू जी द्वारा बनाई जा रही फिल्म 'एमएसजी द मैसेंजर आॅफ गॉड' के रिलीज होने में अभी समय शेष है लेकिन सोशल मीडिया पर इन दिनों इसका जमकर जादू चल रहा है। फिल्म को लेकर युवाओं में गजब की दीवानगी छाई है और लाखों युवा फेसबुक, टिवट्र, यू-टयूब, गुगल प्लस समेत विभिन्न सोशल साईटों पर पर अपने-अपने तरीके से फिल्म का प्रचार कर रहे हैं। इस उत्साह का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि ....तक फेसबुक पर  ........लोगों ने पसंद तो .......लोगों ने शेयर किया था। जबकि टिवट्र ये आंकड़ा ........ रहा। बॉलीवुड व हॉलीवुड की की यह पहली ऐसी पहली फिल्म है जो प्रदर्शित होने से पूर्व ही लोगों के दिलों में जगह बना चुकी है और हर जुबां पर इसकी चर्चा है। सोशल मीडिया के अलावा भी हर शहर-गांव में फिल्म की खूब धूम मची है। बच्चे व युवा स्टिकर, टीशर्ट स्कूल बैग समेत विभिन्न तरीके से फिल्म का प्रचार कर रहे हैं।

तीसरे वीकेंड होगा हाऊसफुल
इस साल के तीसरे हफ्ते रिलीज होने जा रही 'एमएसजी द मैसेंजर आॅफ गॉड' बॉलीवुड व हॉलीवुड की अब तक की सभी फिल्मों के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त करने वाली है।  फिल्म की डायरेक्शन में मदद कर रहे प्रख्यात निर्देशक जीतू अरोड़ा ने तो फिल्म की शूटिंग के पहले दिन से ही सुपरहिट करार दे दिया था और उन्होंने पूर्ण उम्मीद जताई है कि यह फिल्म हर हाल में आॅस्कर अवार्ड जीतकर लायेगी।

‘एमएसजी द मैसेंजर आॅफ गॉड’-2 की शूटिंग जारी
‘एमएसजी द मैसेंजर आॅफ गॉड’ के पहले भाग के प्रदर्शित होने से पहले ही फिल्म के दूसरे भाग की शूटिंग शुरू हो चुकी है। इस फिल्म की कहानी आदिवासियों के जन जीवन जुड़ी है तथा इसमें 6 गााने हैं। इस फिल्म में भी कॉमेडी के साथ-साथ संस्पेंस है। इस फिल्म के एक गीत ‘सपनों में आना तेरा, प्यार लुटाना तेरा जान निकाल ले गया’ को भी युवाओं ने बहुत पसंद किया है। पहले भाग की तरह ही इस फिल्म में भी बच्चों से लेकर नौजवानों व वद्धों के साथ-साथ समाज के हर वर्ग के लिए कुछ न कुछ है।

फिल्म पर कुछ यूं बोले कलाकार

वनटेक आर्टिस्ट
पूज्य गुरू जी वनटेक आर्टिस्ट हैं। शूटिंग के दौरान पूज्य गुरू जी ने जितने भी शॉट दिए किसी में भी दूसरी बार टेक नहीं लेना पड़ा। अगर कहीं टेक हुआ भी तो वो अन्य कलाकार व कैमरामैन की वजह से। मैं कह सकता हूं कि वह वन टेक ऐक्टर हैं। पूज्य गुरू जी के एक्सप्रेशंस और डायलॉग बोलने के अंदाज को देखकर नहीं लगता कि वह ऐक्टिंग कर रहे हैं।'
जीतू अरोड़ा, निर्देशक





हर चीज को देखते हैं बारिकी से
पूज्य गुरू जी हर चीज को बारिकी से देखते हैं। शूटिंग हो ड्रैस या फिर रोल। पूज्य गुरू जी हर कलाकार के रोल व कैमरामैन के हर कार्य पर नजर रखते हैं। कुछ भी उनकी नजर से छिपा नहीं है।
विनित, डीओपी
डायरेक्टर आॅफ



असल जिंदगी से है ताल्लुक
‘एमएसजी द मैसेंजर आॅफ गॉड’ की तुलना बॉलीवुड की किसी भी अन्य फिल्म से नहीं की जा सकती। जो इस फिल्म ने कर दिखाया है ऐसा हॉलीवुड में भी संभव नहीं है। फिल्म सच्चाई के इतने करीब रही कि किसी भी कलाकार को आंखों में आंसू लाने के लिए गलैसरीन की जरूरत नहीं पड़ी। रोल के दौरान उन्हें लग रहा था कि वे फिल्म में नहीं बल्कि असल जिंदगी में हो। विदाई के सीन के दौरान कलाकार की आंख से आंसू बेख्तियार बहते रहे।
मेकअप आर्टिस्ट

 
हर दिल में बसती है ऐसी आवाज
आमतौर पर सुरों का गैप 12-14 होता है लेकिन पूज्य गुरू जी ने एक साथ 36 सुरों यानि तीन गुना ज्यादा सुरों का प्रयोग किया है। पूज्य गुरू जी की मधुर आवाज के आगे बॉलीवुड नतमस्तक है। ऐसी रूहानी आवाज हर दिल में धड़कन बनकर बसती है।
साजिद, म्यूजिक डायरेक्टर

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