मिशन इंसानियत। भूकंप पीड़ितों की मद्द को बढ़ाया राहत भरा हाथ, नेपाल व बिहार के प्रभावित इलाकों के लिए राहत सामग्री रवाना
पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने दिखाई हरी झंडी
निकाली जाएंगी मलबे में दफन जिंदगीयां
घर-घर जाकर किया जाएगा राहत सामग्री का वितरण
बेघरों के पुर्नवास के लिए बनाए जाएंगे भूकंपरोधी मकान
सरसा (संदीप कम्बोज)। पड़ौसी मुल्क नेपाल व हिन्दुस्तान के बिहार में बरपे कुदरती कहर के बाद जिंदगी व मौत के बीच जूझ रहे पीड़ितों की सलामती व उनकी जिंदगी को फिर से ढर्रे पर लाने के लिए दुनियाभर में मानवता भलाई कार्यों में अग्रणीय सर्वधर्म संगम डेरा सच्चा सौदा ने राहत भरा हाथ आगे बढ़ाया है। डेरा सच्चा सौदा की शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के सेवादार न केवल प्रभावित इलाकों में जाकर मलबे में दफन जिंदगियों को बाहर निकालेंगे बल्कि पीड़ितों को राहत सामग्री भी वितरित करेंगे। यही नहीं भूकंप में अपना घर व सब कुछ गंवा चुके बेघरों के पुर्नवास लिए भूकंपरोधी लकड़ी के मकान भी बनाकर दिए जाएंगे। पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने वीरवार को नेपाल व बिहार के भूकंप प्रभावित इलाकों के लिए राहत एवं बचाव कर्यों में सेना व प्रशासन का हाथ बंटाने हेतू शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के सेवादारों व 59 वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर दिया। इनमें 34 कैंटर राशन व पुनर्वास सामग्री, 2 अति आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से सुसज्जित मोबाईल अस्पताल, 5 एंबुलेंस, एक फायर बिग्रेड, 9 बसें व 8 इनोवा गाड़ी शामिल हैं। इस दौरान पूज्य गुरू जी ने सभी सेवादारों को अपने पावन आर्शिवाद से भी नवाजा। यहां बता दें कि पूज्य गुरु जी स्वयं भी नेपाल जाकर पीड़ितों की सुध लेंगे तथा उन्हें वहीं रहने के लिए मोटीवेट किया जाएगा।
पूज्य गुरु जी ने सेवादारों को प्रभावित क्षेत्रों में पीड़ितों को डोर टू डोर जाकर राहत सामग्री देने तथा उनकी मदद करने के भी निर्देश दिए। भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों के लिए जाने वाले शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के सेवादारों का उत्साह देखते ही बन रहा था। सेवादार ‘धन धन सतगुरु तेरा ही आसरा’ का नारा लगाते हुए गंतव्य की ओर रवाना हुए।
इस अवसर पर पत्रकार वार्ता में पूज्य गुरुजी ने फरमाया कि नेपाल व बिहार में प्रभावित क्षेत्रों में कुछ टीमें पहले से ही भेजी गई हैं तथा सर्वे कर लिया गया है। सर्वे के आधार पर अब 59 वाहन भेजे जा रहे हंै जिनमें राहत सामग्री, दवाइयां, लकड़ी के घर बनाने का सामान व घरेलू उपयोग का सामान है। प्रभावित क्षेत्रों में 1000 सेवादार भेजे जा रहे हैं जो घर-घर जाकर राहत सामग्री बांटेंगे।
गोरखा जिले में चलेगा बचाव एवं राहत अभियान
पूज्य गुरुजी ने फरमाया कि डेरा सच्चा सौदा ने नेपाल के गोरखा जिले को गोद लिया है। शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के जवान गोरखा जिले के प्रभावित इलाकों में ही बचाव एवं राहत अभियान चलाएंगे। यहां प्रभावितों के भूकपंरोधी लकड़ी के मकान भी बनाकर दिए जाएंगे।
अनाथ बच्चों को देंगे सहारा
पूज्य गुरू जी ने पत्रकारों को बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में गई टीमें वहां अनाथ हुए बच्चों की सूची भी बना रही हैं। वहां की सरकार की अनुमति लेकर उन बच्चों के रहने के लिए या तो वहीं प्रबंध किए जाएंगे या फिर उन्हें यहां लाया जाएगा। पूज्य गुरुजी ने बताया कि राजस्थान के कोटड़ा में भी 300 आदिवासी बच्चों के लिए सीबीएसई स्कूल खोला गया है, जहां उनकी पढ़ाई, रहने इत्यादि के समुचित प्रबंध किए गए हंै। इसके अलावा उनके पास 42 लड़के और 23 बेटियां हैं जिन्हें माता पिता ने ठुकरा दिया था, उनकी संभाल की जा रही है।
भूकंप पीड़ितों के लिए रक्तदान भी
रक्तदान संबंधी पूछे गए सवाल पर पूज्य गुरुजी ने फरमाया कि भूकंप प्रभावित इलाकों में अगर रक्तदान की आवश्यकता हुई तो रक्तदान के लिए भी सेवादार जा रहे हैं तथा दिल्ली में शिविर आयोजित करवाकर रक्त भेजा जाएगा।
गुजरात में गोद लिए थे 145 गांव
पूज्य गुरुजी ने फरमाया कि प्रभावित क्षेत्रों में सामान पहुंच रहा है लेकिन बंट नहीं रहा है। डोर टू डोर जाकर सामान बांटना हर किसी के लिए संभव नहीं हैं। भूकंप पीड़ितों के लिए लंगर का भी इंतजाम किया जाएगा। आप जी ने फरमाया कि गुजरात में आए भूकंप के दौरान डेरा सच्चा सौदा द्वारा बनाकर दिए गए लकड़ी के मकानों की टैक्निक देखकर जापान की टीमें भी हैरान रह गई थी। गुजरात में भूकंप के दौरान डेरा सच्चा सौदा ने 145 गांवों को गोद लिया था और वहां राहत सामग्री वितरित की थी। पीड़ितों को मकान बनाकर दिए गए थे। पूज्य गुरू जी ने स्वयं गांव-गांव में जाकर पीड़ितों को सांत्वना दी और मोटिवेट किया था कि वे वहीं रहें।
नेपाल के भूकंप प्रभावित इलाकों की राहत में ये
कुल 51 वाहनों में से राहत सामग्री के 29 कैंटर, एक मोबाईल अस्पताल 'फरिश्ता’ व एक मोबाईल अस्पताल 'नन्हा फरिश्ता’ के अलावा 4 एंबुलैंस व एक फायर ब्रिगेड। शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के सेवादारों की 8 बसें व 7 इनोवा गाड़ी शामिल हैं।
इसके अलावा राहत सामग्री में बिस्कुट, पानी, गुड़, चने, कंबल, टैंट, दवाइयां, सर्दियों के कपड़े तथा 500 परिवारों के पुर्नवास के लिए राहत सामग्री जिसमें सुखा दूध, हल्दी, लाल मिर्च, मोमबत्ती, चीनी, चावल, आटा, नमक, माचिस, सरसों का तेल, कुकर, थाली, चने की दाल
बिहार राहत सामग्री में क्या-क्या
5 कैंटरों में 500 परिवारों के पुनर्वास के लिए राहत सामग्री, जिसमें सुखा दूध, हल्दी, लाल मिर्च, मोमबत्ती, चीनी, चावल, आटा, चने की दाल, नमक, माचिस, सरसों का तेल, कुकर , थाली, दवाइयां। इसके अलावा स्पेशलिस्ट डाक्टरों की टीम पैरामेडिकल स्टॉफ व अन्य डाक्टरों की टीम भी जा रही है।
एक एंबुलैंस, एक बस शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के सेवादार व एक इनोवा गाड़ी शामिल है।
पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने दिखाई हरी झंडी
निकाली जाएंगी मलबे में दफन जिंदगीयां
घर-घर जाकर किया जाएगा राहत सामग्री का वितरण
बेघरों के पुर्नवास के लिए बनाए जाएंगे भूकंपरोधी मकान
सरसा (संदीप कम्बोज)। पड़ौसी मुल्क नेपाल व हिन्दुस्तान के बिहार में बरपे कुदरती कहर के बाद जिंदगी व मौत के बीच जूझ रहे पीड़ितों की सलामती व उनकी जिंदगी को फिर से ढर्रे पर लाने के लिए दुनियाभर में मानवता भलाई कार्यों में अग्रणीय सर्वधर्म संगम डेरा सच्चा सौदा ने राहत भरा हाथ आगे बढ़ाया है। डेरा सच्चा सौदा की शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के सेवादार न केवल प्रभावित इलाकों में जाकर मलबे में दफन जिंदगियों को बाहर निकालेंगे बल्कि पीड़ितों को राहत सामग्री भी वितरित करेंगे। यही नहीं भूकंप में अपना घर व सब कुछ गंवा चुके बेघरों के पुर्नवास लिए भूकंपरोधी लकड़ी के मकान भी बनाकर दिए जाएंगे। पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने वीरवार को नेपाल व बिहार के भूकंप प्रभावित इलाकों के लिए राहत एवं बचाव कर्यों में सेना व प्रशासन का हाथ बंटाने हेतू शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के सेवादारों व 59 वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर दिया। इनमें 34 कैंटर राशन व पुनर्वास सामग्री, 2 अति आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से सुसज्जित मोबाईल अस्पताल, 5 एंबुलेंस, एक फायर बिग्रेड, 9 बसें व 8 इनोवा गाड़ी शामिल हैं। इस दौरान पूज्य गुरू जी ने सभी सेवादारों को अपने पावन आर्शिवाद से भी नवाजा। यहां बता दें कि पूज्य गुरु जी स्वयं भी नेपाल जाकर पीड़ितों की सुध लेंगे तथा उन्हें वहीं रहने के लिए मोटीवेट किया जाएगा।
पूज्य गुरु जी ने सेवादारों को प्रभावित क्षेत्रों में पीड़ितों को डोर टू डोर जाकर राहत सामग्री देने तथा उनकी मदद करने के भी निर्देश दिए। भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों के लिए जाने वाले शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के सेवादारों का उत्साह देखते ही बन रहा था। सेवादार ‘धन धन सतगुरु तेरा ही आसरा’ का नारा लगाते हुए गंतव्य की ओर रवाना हुए।
इस अवसर पर पत्रकार वार्ता में पूज्य गुरुजी ने फरमाया कि नेपाल व बिहार में प्रभावित क्षेत्रों में कुछ टीमें पहले से ही भेजी गई हैं तथा सर्वे कर लिया गया है। सर्वे के आधार पर अब 59 वाहन भेजे जा रहे हंै जिनमें राहत सामग्री, दवाइयां, लकड़ी के घर बनाने का सामान व घरेलू उपयोग का सामान है। प्रभावित क्षेत्रों में 1000 सेवादार भेजे जा रहे हैं जो घर-घर जाकर राहत सामग्री बांटेंगे।
गोरखा जिले में चलेगा बचाव एवं राहत अभियान
पूज्य गुरुजी ने फरमाया कि डेरा सच्चा सौदा ने नेपाल के गोरखा जिले को गोद लिया है। शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के जवान गोरखा जिले के प्रभावित इलाकों में ही बचाव एवं राहत अभियान चलाएंगे। यहां प्रभावितों के भूकपंरोधी लकड़ी के मकान भी बनाकर दिए जाएंगे।
अनाथ बच्चों को देंगे सहारा
पूज्य गुरू जी ने पत्रकारों को बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में गई टीमें वहां अनाथ हुए बच्चों की सूची भी बना रही हैं। वहां की सरकार की अनुमति लेकर उन बच्चों के रहने के लिए या तो वहीं प्रबंध किए जाएंगे या फिर उन्हें यहां लाया जाएगा। पूज्य गुरुजी ने बताया कि राजस्थान के कोटड़ा में भी 300 आदिवासी बच्चों के लिए सीबीएसई स्कूल खोला गया है, जहां उनकी पढ़ाई, रहने इत्यादि के समुचित प्रबंध किए गए हंै। इसके अलावा उनके पास 42 लड़के और 23 बेटियां हैं जिन्हें माता पिता ने ठुकरा दिया था, उनकी संभाल की जा रही है।
भूकंप पीड़ितों के लिए रक्तदान भी
रक्तदान संबंधी पूछे गए सवाल पर पूज्य गुरुजी ने फरमाया कि भूकंप प्रभावित इलाकों में अगर रक्तदान की आवश्यकता हुई तो रक्तदान के लिए भी सेवादार जा रहे हैं तथा दिल्ली में शिविर आयोजित करवाकर रक्त भेजा जाएगा।
गुजरात में गोद लिए थे 145 गांव
पूज्य गुरुजी ने फरमाया कि प्रभावित क्षेत्रों में सामान पहुंच रहा है लेकिन बंट नहीं रहा है। डोर टू डोर जाकर सामान बांटना हर किसी के लिए संभव नहीं हैं। भूकंप पीड़ितों के लिए लंगर का भी इंतजाम किया जाएगा। आप जी ने फरमाया कि गुजरात में आए भूकंप के दौरान डेरा सच्चा सौदा द्वारा बनाकर दिए गए लकड़ी के मकानों की टैक्निक देखकर जापान की टीमें भी हैरान रह गई थी। गुजरात में भूकंप के दौरान डेरा सच्चा सौदा ने 145 गांवों को गोद लिया था और वहां राहत सामग्री वितरित की थी। पीड़ितों को मकान बनाकर दिए गए थे। पूज्य गुरू जी ने स्वयं गांव-गांव में जाकर पीड़ितों को सांत्वना दी और मोटिवेट किया था कि वे वहीं रहें।
नेपाल के भूकंप प्रभावित इलाकों की राहत में ये
कुल 51 वाहनों में से राहत सामग्री के 29 कैंटर, एक मोबाईल अस्पताल 'फरिश्ता’ व एक मोबाईल अस्पताल 'नन्हा फरिश्ता’ के अलावा 4 एंबुलैंस व एक फायर ब्रिगेड। शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के सेवादारों की 8 बसें व 7 इनोवा गाड़ी शामिल हैं।
इसके अलावा राहत सामग्री में बिस्कुट, पानी, गुड़, चने, कंबल, टैंट, दवाइयां, सर्दियों के कपड़े तथा 500 परिवारों के पुर्नवास के लिए राहत सामग्री जिसमें सुखा दूध, हल्दी, लाल मिर्च, मोमबत्ती, चीनी, चावल, आटा, नमक, माचिस, सरसों का तेल, कुकर, थाली, चने की दाल
बिहार राहत सामग्री में क्या-क्या
5 कैंटरों में 500 परिवारों के पुनर्वास के लिए राहत सामग्री, जिसमें सुखा दूध, हल्दी, लाल मिर्च, मोमबत्ती, चीनी, चावल, आटा, चने की दाल, नमक, माचिस, सरसों का तेल, कुकर , थाली, दवाइयां। इसके अलावा स्पेशलिस्ट डाक्टरों की टीम पैरामेडिकल स्टॉफ व अन्य डाक्टरों की टीम भी जा रही है।
एक एंबुलैंस, एक बस शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के सेवादार व एक इनोवा गाड़ी शामिल है।
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